बहुत खुशनसीब होती है वो मां जिसके बच्चे उसे सम्मान दें ।
मेरी मां





मेरी मां
मां मैं आभारी हूं कि आपने मुझे जन्म दिया।
इतने प्यार करने वाले, मार्ग दर्शन करने वाले भाई बहन दिए।
हम सबको अपनी सामर्थ्य से अधिक सुख सुविधाएं दी।
हमें इस दुनिया में अपनी इच्छा से जीने के काबिल बनाया।।
इतना सामर्थ्य नहीं कि आपका ऋण चुका पाऊं ।
इतनी ही हसरत है कि आपके शेष जीवन में सभी ख़ुशियाँ दे पाऊं।
बहुत खुशनसीब होती है वो मां जिसके बच्चे उसे सम्मान दें ।
आप भी ऐसी ही एक मां हो जिसके प्रति सभी समर्पित हैं ।
बहुत करली सबकी चिन्ता और परवाह।
छोड़ दो अब सब कुछ उस पर जो सबकी चिंता करता है।
कौन आया, कौन गया, कौन क्या कर रहा है इसकी जिज्ञासा छोड़ दो।
अब तो अगले जन्म के लिए बस ध्यान और नाम जप लो।।।
अगर अगला जन्म हो तो आपकी ही गोद मिलें ।
इस जन्म का ऋण अगले जन्म में उतारने का मौका मिले ।
अन्त में यही विनती है आपसे ज़िन्दगी की सभी शिकायतें छोड़ दो।
खुश रहो स्वस्थ रहो, इन पलों को जी भर कर जियो ।।
Written By:
Meenakshi Jain, Principal, GSSS Dhatrath