Is Media in the most Vulnerable Situation or In most Challenging ?

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भटकाव की स्थिति में है मीडिया ।

Hello Hisar 

रेडियो सेट से जब मधुर आवाज़ में Hello Hisar शब्द सुनते हैं तो मन झूम उठता है। एक तो रेडियो पर बोलने वाले की रौबदार और मीठी सी आवाज़ का बेहतरीन मेल, ऊपर से गीतों का चयन रात को और भी ख़ुशनुमा बना देते हैं। 

शहद सी मीठी आवाज़ के धनी विवेक कुमार Hello Hisar और परिक्रमा जैसे मामूली से लगने वाले कार्यक्रमों में  अपनी आवाज़ से ऐसे जादुई रंग भर देते हैं की रेडियो सुनने वाले भी झूम उठते हैं। 

एंकर, अनाउन्सर, रिपोर्टर अपने हर किरदार को बेहतरीन तरीक़े से निभाते विवेक कुमार की जितनी तारीफ़ की जाए कम है। यूँ तो Hello Hisar कार्यक्रम और भी अनाउन्सर प्रस्तुत करते हैं लेकिन कार्यक्रम की जो प्रस्तुति विवेक कुमार देते हैं लाख कोशिशों के बाद भी कोई नहीं दे सकता। 

वरिष्ठ पत्रकार कमलेश भारतीय जी ने विवेक कुमार से बातचीत में उनके व्यक्तित्व के और भी पहलुओं को उजागर करने की कोशिश की है :

मीडिया आज सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण दौर में है बल्कि सोशल मीडिया इस पर हावी होता जा रहा है । मीडिया की विश्वसनीयता खतरे में है । यह कहना है आकाशवाणी के लोकप्रिय कार्यक्रम हैलो हिसार के एंकर विवेक कुमार का जो मूलतः  यूपी के फैजाबाद के हैं लेकिन पापा आर एन वियोगी पहले बहादुरगढ़ के जिंदल प्लांट में कार्यरत थे , फिर हिसार की अरावली पाइप्स में आ गये  जिसके चलते परिवार भी हिसार ही बस गया । आजकल सूर्यनगर में रहते हैं ।

आपकी शिक्षा कहाँ हुई ?

हिसार में ही हुई । गवर्नमेंट काॅलेज से ग्रेजुएशन के बाद गुरु जम्भेश्वर विश्विद्यालय के जनसंचार विभाग से दो वर्षीय डिग्री ली ।

कॉलेज में किन किन गतिविधियों में भाग लिया ?

श्लोकोच्चारण  व काव्य पाठ ।

पहली नौकरी कहाँ की ?

खबरें अभी तक चैनल में रिपोर्टर।  फिर सिटी केबल में न्यूज एंकर । अपना चैनल डेली न्यूज इंडिया भी चलाता हूं ।

आपके परिवार में कौन कौन हैं ?

पत्नी सुनीता शास्त्री व एम ए संस्कृत  । तीन बेटियां । बड़ी आठवीं में और दो जुड़वां चौथी कक्षा में ।

आकाशवाणी हिसार से कब से जुड़े हुए हैं ?

सन् 2007 से । रहमानी सर थे जब ऑडिशन क्लियर किया । फिर काफी कुछ सीखा रूप चांदनी खुराना जी से । इस तरह पत्रकारिता से पहले ही आकाशवाणी से जुड़ा। 

आकाशवाणी में क्या क्या भूमिका निभाई ?

पहले काव्य पाठ । फिर आकस्मिक उद्घोषक और आजकल लोकप्रिय कार्यक्रम हैलो हिसार की एंकरिंग जो सप्ताह में दो बार प्रसारित होता है जिसके श्रोता देश विदेश में हैं । 

आकाशवाणी में क्या क्या सीखा ?

बिना ड्यूटी के भी आकाशवाणी जाता और सीखता रहता । ऐसे ही सीखा मो.तल्हा रहमानी से रेडियो नाटक बनाना । आकाशवाणी ने मेरी राहें खोल दीं । 

मैडम रूप चाँदनी खुराना से क्या सीखा ?

वे मुझे लाइब्रेरी में भेजतीं कि जाओ सी डी ठीक करो । लगातार ऐसे होता रहा । एक दिन पूछ ही लिया कि मैडम यह क्या? तो कहने लगीं कि आपके हाथों सब निकलना चाहिए इसलिए । यह आपके बहुत काम आयेगा । आने वाले समय में बहुत काम आएगा यह अनुभव । 

आकाशवाणी को  लोग आजकल  कितना सुन रहे हैं ?

नयी पीढ़ी को जोड़ने की जरूरत है । सोशल मीडिया ने भी असर डाला है ।

आज का मीडिया किस दिशा में जा रहा है ?

भटकाव की स्थिति में है मीडिया । विश्वसनीयता खतरे में है । सोशल मीडिया ज्यादा हावी होता जा रहा है । यह मीडिया का चुनौतीपूर्ण दौर है ।

हमारी शुभकामनाएं विवेक कुमार को  ।

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